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Monday 31 October 2022

'केबल्स से लटक रहे थे लोग...' चश्मदीदों ने सुनाई पुल टूटने की भयानक दास्तान

 

'केबल्स से लटक रहे थे लोग...' चश्मदीदों ने सुनाई पुल टूटने की भयानक दास्तान


मोरबी त्रासदी के चश्मदीदों ने मच्छू नदी पर पुल गिरने की भयावहता को याद करते हुए उस मंजर का जिक्र किया, जिसमें 132 लोगों की जान चली गई। गौरतलब है कि एक सदी पुराना पुल, जिसे केवल पांच दिन पहले आगंतुकों के लिए फिर से खोला गया था, रविवार शाम करीब 6:30 बजे ढह गया। बचाव और सर्च अभियान की टीमें युद्धस्तर पर कार्य पर जुटी हुई हैं।

आसपास मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि कैसे उन्होंने घायल लोगों को बचाया, जबकि कुछ पीड़ितों ने उनके सामने ही दम तोड़ दिया। उस दहशत को याद करते हुए, एक चाय की दुकान के विक्रेता ने कहा, "मैं यहां हर रविवार को चाय बेचता हूं। मैंने सब कुछ देखा, यह मेरी आंखों के सामने हुआ। लगभग 6:30 बजे घटना हुई। लोग केबल से लटक रहे थे और फिर नीचे फिसल गए। मैं पूरी रात सोया नहीं और लोगों की मदद की। 7-8 महीने की गर्भवती महिला को मरते हुए देखना दिल दहला देने वाला था।" उन्होंने कहा "मेरे जीवन में ऐसा कुछ कभी नहीं देखा"

हसीना नाम की एक अन्य चश्मदीद अपनी आपबीती साझा करते हुए भावुक हो गईं, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं इसे शब्दों से नहीं बता सकती हूं। बच्चे भी थे। मैंने अपने परिवार के सदस्यों के रूप में लोगों की मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन भी दिया। प्रशासन ने भी मदद की। वहां मौजूद सभी लोग आगे आए और एक-दूसरे की मदद की। मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा।"

संयुक्त बचाव अभियान जारी

एक संयुक्त बचाव अभियान में, भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), दमकल विभाग और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मोरबी त्रासदी स्थल पर मौजूद है। एनडीआरएफ कमांडेंट में से एक वीवीएन प्रसन्ना कुमार ने कहा कि इस क्षेत्र में पहली बार इतनी संख्या में हताहत होने की घटना हुई है।

कमांडेंट ने बताया "एकमात्र चुनौती यह है कि जब हमारे गोताखोर पानी के नीचे जाते हैं तो नदी के गंदे पानी की वजह से देखने में परेशानी हो रही है। हमने नागरिक प्रशासन, एसडीआरएफ, अग्निशमन सेवाओं, सेना, नौसेना, आईएएफ और एनडीआरएफ के बीच क्षेत्र को 3 डिवीजनों में विभाजित किया है। हमारे गोताखोरों ने लोगों को बचाया हमारे क्षेत्र से शव बरामद किए गए हैं हमें संदेह है कि पुल के नीचे लोग फंसे हो सकते हैं। हम गहरे गोताखोरों की मदद ले रहे हैं।" 

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